Valley of flowers Uttarakhand: फूलों की घाटी नैशनल पार्क उत्तराखंड में इसथित है, जो घूमने के लिए सबसे खूबशूरत जगह में से एक है | इस स्थान पर घूमने पर सवर्ग जैसा महसूस होता है | इस जगह के चारों ओर सिर्फ फूलों की महक है, जो हमें एक अद्भुत अनुभव प्रदान करती है | इस वेलेय में 600 से जायद पार्कर के फ्लावर्स पाए जाते है |
valley of flowers जाने का समय
फूलों की घाटि उत्तराखंड में जाने का सही समय जून से लेकर अकतूबर तक रहत है | वेसे तो यहाँ आप किसी भी समय या सकते है | लेकिन मानसून के टाइम इस जगह की खूबहशूरती ओर जायद बढ़ जाती है | इस समय में आप यहाँ आकार एक अच्छा अनुभव प्राप्त कर सकते है |
मोसम
यहाँ पर भारी मात्र में बारिश होती रहती है जो कभी-कभार बाढ़ का विकराल रूप धारण कर लेती है | इस इसथिति में यहाँ आने पर रोक लगा दि जाती है | अगर आप यहाँ जाने का प्लान बना रहे है तो पहले यहाँ का मॉसम के बारे में जानकारी ले लें |
खोज कब हुई थी?
फूलों की इस घाटी की खोज 1931 में हुई थी – जब एक ब्रिटिश अधिकारी रास्ता भूल गए और इस जगह पर रुक गए, टैब इस घाटी का निर्माण हुआ | तब से यह पर्यटकों के लिए घूमने का सबसे खूबशूरत स्थान बन गया है |
फूलों की घाटी में पुसपावती नदी बहती है, जिसे देखने के बाद अलग ही अनुभव होता है | पुसपावती नदी गढ़वाल क्षेत्र चमोली जिले से होकर बहती है |
फूलों की घाटी जहां संजीवनी लेने हनुमान जी आए थे जो इस घाटी को और भी दर्शनीय बनती है | भारी संख्या में यात्री इस स्थान को देखने के लिए देश-विदेश से आते है | यहाँ आने के बाद यात्री यहाँ से एक नया अनुभव प्राप्त करके जाते है |
Image Credit: Image By Wallpaper Cave